मुख्तार अंसारी को मिली बड़ी राहत, गैंगस्टर मामले में 11 साल बाद जमानत, जेल से होगी रिहाई?
मुख्तार अंसारी को मिली बड़ी राहत, गैंगस्टर मामले में 11 साल बाद जमानत, जेल से होगी रिहाई?
यूपी के जाने-माने गैंगस्टर और बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को जमानत मिल गई है। उत्तर प्रदेश की मऊ जिले की एमपी एमएलए कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को 1 लाख रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी है। साथ ही कोर्ट ने इस मामले में तुरंत रिहाई के आदेश दिए हैं। मुख्तार अंसारी इस समय बांदा जेल में बंद हैं। कुछ दिन पहले भी मुख्तार अंसारी को 14 साल पुराने गैंगस्टर एक्ट के मामले में जमानत मिली थी। अंसारी के खिलाफ गाजीपुर जिले के एक ही थाने में जघन्य अपराध के करीब 40 मामले दर्ज हैं।
कैसे हुए रिहाई?
उच्च न्यायालय में आवेदक की ओर से कहा गया कि वह दक्षिण टोला के गैंगस्टर मामला स्टेट बनाम राजू कन्नौजिया व अन्य में आरोपित अभियुक्त है और इस मामले में विगत दो सितम्बर 2011 से जेल में है। जबकि इस मामले में अधिकतम सजा दस वर्ष की है और वो इससे ज्यादा समय से जेल में ही निरूद्ध है। इस पर न्यायालय द्वारा अधीनस्थ अदालत में आवेदन देने और उस पर छ: सप्ताह के अन्दर निस्तारण कर मामला सही पाये जाने पर फौरन रिहाई का निर्देश दिया था।
चुनावों पर पड़ेगा असर?
आपको बता दें कि मऊ जनपद के सदर विधानसभा क्षेत्र से 1996 से लगातार पांच बार बाहुबली मुख्तार अंसारी विधायक निर्वाचित हुए हैं। इस बार चुनाव में मुख्तार अंसारी के स्थान पर उनके बेटे अब्बास अंसारी ने नामांकन भरा है। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने समाजवादी पार्टी गठबंधन के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रत्याशी के रूप में मऊ सदर विधानसभा क्षेत्र से सोमवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। मऊ विधानसभा सीट पर सातवें चरण में सात मार्च को मतदान होना है। मुख्तार अंसारी की रिहाई के बाद अब इस सीट से उनके बेटे का जीतना तय माना जा रहा है।